हुक का नियम किया है और इसका सूत्र क्या होता है?

प्रत्यास्थता हुक का नियम प्रत्याशी के नियम को समझने में मदद करता है । हमारे आसपास कई सारी ऐसी वस्तुएं उपलब्ध हैं। जो बल लगाने पर विकसित होती हैं और पुनः बाल हटाने पर अपनी पूर्व अवस्था में आ जाती हैं इन्हें प्रत्यास्थता कहते हैं।

हुक का नियम

हुक नियमानुसार 

जब किसी प्रत्यास्थ वस्तु पर बल लगाया जाता है, तो उसमे विकृति उत्पन्न होती है , विकृति बल के समानुपाती होती है, अर्थात बल जितना अधिक होगा विकृति उतनी अधिक होगी।

परिभाषा किसी प्रत्यास्थवस्तु की लंबाई में परिवर्तन उसे पर आरोपित बल के समानुपातीहोत है।

हक का नियम प्रत्यास्थता गुणांक को प्रदर्शित करता है।

F =Kx  यह हुक के नियम का सूत्र है।

 यह नियम अंग्रेजी वैज्ञानिक रॉबर्ट हुक ने सन 1679 में बताया था यह नियम भौतिकी में आधारभूत सिद्धांत हैं जो प्रत्यास्था वस्तुओं को समझने में भूमिका निभाता है।

गणितीय रूप  = F =Kx जहां पर

F =वस्तु पर लगाया गया बल (न्यूटन में)

K= वस्तु पर प्रत्यास्था गुणांक (न्यूटन/मीटर)

x=वस्तु में विकृति (मीटर में)


हुक के नियम के अनुप्रयोग

स्प्रिंग स्प्रिंग में उत्पन्न विकृत उसे पर लगाए गए बाल के समानुपाती होती है
इमारतें स्टील और कंक्रीट जो की इमारतें बनाने में इस्तेमाल होती हैं इनमें मुख्य के नियम का प्रयोग होता है।
ध्वनि तरंगें ध्वनि तरंगों का प्रसार भी हुक के नियम पर आधारित होता है।
मापन उपकरण मापन उपकरणों में भी बुक के नियम का प्रयोग होता है जैसे की स्प्रिंग बैलेंस।


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