सूर्यकांत त्रिपाठी निराला जीवन परिचय

क्या आप सूर्यकांत जी के जीवन के बारे में कुछ जानते हैं अगर नहीं जानते हैं और जानना चाहते हैं तो इस पूरी पोस्ट को पढ़ें।


Keywords 

सूर्यकांत का जीवन परिचय संक्षिप्त में बताइए?

सूर्यकांत निराला जी की भाषा शैली बताइए?

सूर्यकांत त्रिपाठी निराला जी की रचनाएं बताइए?

सूर्यकांत त्रिपाठी जी के पिता का नाम बताइए और उनकी मृत्यु कब हुई थी बताइए?


विषय-   सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का जीवन                      परीचय
👇🏻👇🏻👇🏻👇🏻👇🏻👇🏻👇🏻👇🏻👇🏻👇🏻👇🏻👇🏻👇🏻

⬇️⬇️⬇️⬇️⬇️⬇️⬇️⬇️⬇️⬇️⬇️
नोट‌‍- सूर्यकांत त्रिपाठी का जीवन परिचय नीचे            संक्षेप में दिया गया है ।



नाम :             सूर्यकांत त्रिपाठी निराला।
पिता का नाम: रामसहाय त्रिपाठी।
जन्म:         सन 1897 ईस्वी।
शिक्षा: ‌        राजकीय विद्यालय।
लेखन - विधा : काव्य, कहानी ,निबंध,आलोचना,   ➡️                              उपन्यास, स्मरण आदि।
भाषा:             परिमार्जित खड़ी बोली
शैली:             कठिन एवं दुरूह तथा सरल एवं                                          सुबोध बोली।
प्रमुख रचनाएं: परिमल, गीतिका ,अनामिका ,राम की शक्ति                           पूजा, सरोज स्मृति (काव्य)  ,लिली,                                      अप्सरा,अलका (गद्य)।
निधन:        15 अक्टूबर, सन 1961 ईस्वी।
साहित्य में स्थान:  आधुनिक हिंदी साहित्य में हिंदी काव्य के                               सम्राट के रूप  में।
#जीवनपरिचयसंक्षेपमें
#सूर्यकांतत्रिपाठीनिराला
महाकवि सूर्यकांत त्रिपाठी निराला जी का जन्म बंगाल के मेदिनीपुर जिले में सन 1897 ईस्वी में हुआ था इनके पिता का नाम पंडित राम सहाय त्रिपाठी था।

         इनकी प्रारंभिक शिक्षा राज्य के ही विद्यालय में संपन्न हुई बचपन से को कुश्ती , घुडसवारी और खेलों में बहुत अधिक रुचि थी बालक सूर्यकांत के सिरे से माता-पिता की छाया अल्प आयु में उठा गई थी । इन्होंने जितनी भी शिक्षा प्राप्ति की वह बंग्ला भाषा के अध्ययन से ही की गई थी इन्हें हिंदी का भी अच्छा ज्ञान था। उन्होंने संस्कृत अंग्रेजी का भी अध्ययन किया था भारतीय दर्शन में इनकी विशेष रूचि भी।
      इनका विवाह मनोहर देवी से हुआ लेकिन वह भी एक पुत्र और एक पुत्री को जन्म देकर स्वर्ग सिधार गई पत्नी के निधन के पश्चात निराला जी महावीर प्रसाद द्विवेदी जी के संपर्क में आए तो उन्होंने निराला जी को साहित्य साधना करने के लिए विशेष रूप से प्रेरणा प्रदान की निराला जी ने संभल और मतवाला नामक पत्रों का संपादन भी किया परंतु इसमें उनका मस्तमौला मन नहीं लगा इसके पश्चात वे प्रयाग में स्थाई रूप से रहने लगी और यहीं पर सरस्वती वरद पुत्र ने पार्थिव शरीर को 15 अक्टूबर सन 1661 
ईस्वी को त्याग दिया।


साहित्यिक परिचय
  सत्यता यह है कि निराला का काव्य जीवन के श्रेष्ठतम मूल्यों पर प्रेरित था, इसलिए उनका काव्य हिंदी - साहित्य के भंडार की अमूल्य निधि है। निराला एक युगान्तारी कवि हैं कवि और लेखक हैं ।उनके भाव, भाषा ,शैली , छंन्द आदि सभी हिंदी कविता में नवीनता और स्वतंत्रता की गाथा का हिंदी साहित्य का या दीपक बुझ अवश्य गया परंतु इसकी ज्योति सर्वदा के लिए अमर है।
कबीर दास जी की भाषा शैली
भाषा
निराला जी की भाषा शुद्ध खड़ी बोली है। इस पर इनका पूर्ण अधिकार है। इनकी भाषा इनके भाव को पूर्ण रूप से व्यक्त करने में सफल है। इनकी भाषा पर बांग्ला भाषा का स्पष्ट प्रभाव दिखाई देता है ।उसमें संस्कृत के शब्दों का प्रचुर मात्रा में प्रयोग देखने को मिलता है परंतु उर्दू और फारसी भाषा के शब्दों का प्रयोग भी डिस्टर्ब है संस्कृत शब्दों के बावजूद के कारण इनकी भाषा कुछ लिस्ट हो गई है उन्होंने अपनी प्रतिभा को हिंदी भाषा के बहुत से नवीन शब्दों का भंडार प्रदान किया है।

शैली
निराला जी ने अपने प्रतिभाशाली व्यक्तित्व से हिंदी काव्य जगत के प्रत्येक पक्ष में नवीनता को जन्म दिया उनकी शैली पर बांग्ला का प्रभाव है। उनकी शैली में लाक्षणिकता दा के स्थान पर संगीत आत्मक और चित्रोंपमनता के दर्शन होते हैं।

हिंदी साहित्य में स्थान


युग प्रवर्तक महाकवि निराला विलक्षण प्रतिभा के कवि थे निराला जी छायावाद के मेरुदंड प्रगतिवाद के उन्नायक तथा सामाजिक क्रांति के पुरोधा थे। जीवन के हर मोड़ पर इन्हें बहुत अधिक संघर्षों और विरोधियों का सामना करना पड़ा फिर भी  हिंदी काव्य को अनेक काव्य रचनाएं प्रदान की आधुनिक काल के कवियों में निराला जी का उत्कर्ष स्थान है।
प्रश्न उत्तर ⤵️⤵️

प्रश्न -- सूर्यकांत त्रिपाठी निराला जी का जन्म कब हुआ था?
उत्तर --  सन 1897 ईस्वी।
प्रश्न -- सूर्यकांत त्रिपाठी निराला जी के पिता का नाम क्या था?
उत्तर -- रामसहाय त्रिपाठी।
प्रश्न -- सूर्यकांत त्रिपाठी जी की मृत्यु कब हुई थी?
उत्तर ___ 15 अक्टूबर, सन 1961 ईस्वी।
प्रश्न -- सूर्यकांत त्रिपाठी निराला जी ने शिक्षा कहां से ग्रहण                की?
उत्तर --- राजकीय विद्यालय।
प्रश्न -- सूर्यकांत त्रिपाठी निराला जी की रचनाएं बताइए?
उत्तर -- परिमल, गीतिका ,अनामिका ,राम की शक्ति                           पूजा, सरोज स्मृति आदी।






 🍂🍁🌾 💐💐🌹🌷🌺🌸🏵️🌻🌼💮

          हमारा ब्लॉग पढ़ने के लिए धन्यवाद।।
            🙏🙏🙏    🙏🙏🙏🙏🙏


नोट --- आपको हमारे ब्लॉक में कोई चीज ग़लत लगती है। तो हमें कमेंट करके अवश्य   बताएं।

हम अपने ब्लॉग पोस्ट में काफी सारी जानकारी से मेरी पोस्ट शेयर करते हैं जिससे  विद्यार्थियों को मदद मिलती है।


    

-----------------------------------------------------------



  


टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

हुक का नियम किया है और इसका सूत्र क्या होता है?

भगवान विष्णु को कमलनयन क्यों कहा जाता है?

रेलवे से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर | railway gk in hindi