राष्ट्रपति की नियुक्ति
पिछली पोस्ट में आप लोगों ने राष्ट्रपति के अधिकारों के बारे में जाना था। आज की पोस्ट में जानेंगे कि राष्ट्रपति की नियुक्ति कैसे होती है।
राष्ट्रपति का चयन जनता द्वारा प्रत्यक्ष रूप से नहीं किया जाता। संसद सदस्य और राज्य की विधानसभाओं के सदस्य उसे चुनते हैं। राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी को चुनाव जीतने के लिए बहुमत हासिल करना होता है। इससे यह तय हो जाता है कि राष्ट्रपति पूरे राष्ट्र का प्रतिनिधित्व करता है। लेकिन राष्ट्रपति उस तरह के प्रत्यक्ष जनादेश का दावा नहीं कर सकता जिस तरह से प्रधानमंत्री। इससे यह तय हो जाता है कि राष्ट्रपति कहने मात्र के लिए कार्यपालक की भूमिका निभाता है।
राष्ट्रपति के बारे में कुछ और महत्वपूर्ण बातें।
एक और जहां प्रधानमंत्री सरकार का प्रमुख होता है, वहीं राष्ट्रपति राष्ट्रध्यक्ष होता है। हमारी राजनीतिक व्यवस्था में राष्ट्राध्यक्ष केवल नाम के अधिकारों का प्रयोग करता है। राष्ट्रपति देश की सभी राजनीतिक संस्थाओं के काम की निगरानी करता है ताकि वे राज्य के उद्देश्य को हासिल करने के लिए मिलजुल कर काम करें।
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