मध्य काल की प्रमुख घटनाएं (mean events of the middle age)
मध्यकाल का अर्थ
इतिहास को प्रायः तीन भागों में विभाजित किया जाता है-प्राचीन काल मध्यकाल तथा आधुनिक काल। अता प्राचीन काल और आधुनिक काल के बीच के युग को मध्यकाल कहते हैं। मध्य काल के प्रारंभ और अंत की विषय में इतिहासकारों ने किसी एक निश्चित वर्ष या दशक का प्रयोग नहीं किया है क्योंकि किसी भी युग का आरंभ और अंत शनै शनै होता है जब कुछ विशिष्ट सामाजिक और राजनीतिक परिवर्तन होते हैं।
फिर भी ईशा की आठवीं सदी को मध्यकाल का आरंभ तथा 18 वीं शताब्दी को इसका अंत माना जाता है। इसका कारण यह है कि आठवीं शताब्दी के आसपास भारत के सामाजिक जीवन में बहुत से परिवर्तन हो रहे थे। इन सामाजिक परिवर्तनों का जीवन के राजनैतिक और आर्थिक बच्चों पर प्रभाव पड़ा। इस प्रकार भारत के इतिहास का एक युग आरंभ हुआ।
मध्य काल के इतिहास को जानने के स्रोत
प्राचीन काल की अपेक्षा हमें मध्यकालीन भारत के अधिक जानकारी प्राप्त है। मध्यकाल के संबंध में हमारा ज्ञान भी अधिक है। मध्यकाल हमारी अधिक निकट है। अर्थात इस काल का इतिहास जानने के लिए अनेक साधन मिलते हैं।
मध्यकाल की विषय में हमें निम्नलिखित स्रोतों से जानकारी मिलती है-
1. अभिलेख- मध्यकाल की आरंभिक भाग तथा शिक्षा की आठवीं शताब्दी से 18 वीं शताब्दी तक की अनेक सूचनाएं अभिलेखों से प्राप्त होती हैं यह एक या दो ताम्रपत्र पर लिखे गए थे या शीला ओपन और यह सारी भारती गांव और मंदिरों में बहुत बड़ी संख्या में मिलते हैं।
2. साहित्यिक साधन- मध्य काल के इतिहास को जानने के लिए विभिन्न प्रकार के साहित्यिक साधन भी प्राप्त हैं या साहित्यकारणमर में ताड़ पत्र और भोजपत्र पर लिखा गया था तेरी शताब्दी से से कागज पर लिखा जाने लगा इन पुस्तकों में से अनेक तक मौजूद हैं। इनमें से कुछ में राजाओं के जीवन और राजवंशों द्वारा किए गए कार्यों का विस्तार से वर्णन किया गया है। कुछ में प्राचीन स्मरण और कुछ में आत्मचरित्र के रूप में शासकों के जीवन का वर्णन है जैसे बाबर और जहांगीर के स्मरण। कुछ धार्मिक तथा साहित्य ग्रंथों को लघु चित्रों से सजाया गया है।
3. विदेशी यात्रियों के यात्रा वर्णन- इस काल में भारत की यात्रा करने वाले विदेशी यात्रियों की यात्रा वर्णन भी मिलते हैं।
3. विदेशी यात्रियों के यात्रा वर्णन- इस काल में भारत की यात्रा करने वाले विदेशी यात्रियों की यात्रा वर्णन भी मिलते हैं।
मध्यकाल का विभाजन
मध्यकाल को दो भागों में बांटा गया है-
पूर्व मध्यकाल
उत्तर मध्यकाल
विश्व के अन्य भागों में घटित प्रमुख घटनाएं
अरब में इस्लाम का उदय- जैसा कि आप पढ़ चुके हैं कि ईसा की सातवीं शताब्दी में अरब एक बड़ी महत्वपूर्ण घटना हुई थी पैगंबर मोहम्मद साहब ने एक नवीन धर्म इस्लाम का आदेश दिया। शीघ्र अरब जातियां एक राजनैतिक संगठन बन गई। उन्होंने पश्चिमी एशिया के अनेक भागों जैसे जॉर्डन सिया इराक विकी पारस इंदौर मिश्र को भी जीत लिया। पैगंबर की मृत्यु के बाद जातियों पर एक के बाद एक कई खलीफा शासन करते रहे पहले चार खलीफा हजरत मोहम्मद के साथ ही थे उसके बाद में यादों का शासन काल आया यह दशक से शासन करते थे मैं यादों के बाद अब्बासी वंश के शासकों ने बगदाद से शासन किया।
आर्यन उर्वशी जिनका दरबार सारे संसार में प्रसिद्ध था बगदाद के खलीफा थे।
धीरे-धीरे अरबोने अन्य प्रदेशों विशेष रूप से उत्तरी अभी तक कि क्षेत्र जीत लिए। शीघ्र ही वे स्पेंड पहुंच गए और फ्रांस की ओर बढ़े किंतु उन्हें फ्रांस के दक्षिण में रोक लिया गया। अरबों का उद्देश्य विजय प्राप्त करने के अतिरिक्त अपने व्यापार को बढ़ाना था। शीघ्र ही अरब लोग संसार के विभिन्न भागों भारत-चीन यूरो तथा पूरब और पश्चिम अफ्रीका से व्यापार करने लगे इस व्यापार से अरब लोग धनवान हो गए और उन्होंने एक नई सभ्यता के विकास में अपने धन का उपयोग किया उन्होंने यूनान भारत चीन तथा भारत की विद्या सीखना आरंभ कर दिया और अपने विद्या केंद्रों में विधवाओं का अधिक विकास किया इस युग में अरब सभ्यता संसार की सबसे अधिक विकसित सभ्यताओं में थी।
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