जानिए शोध लेख और शोध पत्र के अंतर क्या होते हैं - What is the difference between research article and research paper?

 




शोध लेख और शोध पत्र दोनों में शोध का एक महत्वपूर्ण भूमिका होती है, हालांकि इन दोनों में कुछ महत्वपूर्ण अंतर होते हैं। निम्नलिखित हैं शोध लेख और शोध पत्र के बीच कुछ मुख्य अंतर:


विस्तार: शोध लेख एक छोटा अध्ययन होता है जो एक विशिष्ट विषय पर लिखा जाता है, जबकि शोध पत्र एक बड़ा अध्ययन होता है जो एक नए विषय पर नए अध्ययनों के साथ अधिक विस्तार से लिखा जाता है।


प्राथमिकता: शोध लेख आमतौर पर शैक्षणिक और वैज्ञानिक लेखों के रूप में लिखा जाता है जो अकादमिक समुदाय के लिए महत्वपूर्ण होते हैं, जबकि शोध पत्र अधिक व्यापक विषयों पर लिखा जाता है जो सामान्य जनता के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।


प्रस्तुतिकरण: शोध लेख एक संक्षिप्त रूप में लिखा जाता है जो आमतौर पर एक पत्रिका या कॉन्फ्रेंस में प्रस्तुत किया जाता है, जबकि शोध पत्र एक विस्तृत रूप में लिखा जाता है जो एक स्वतंत्र लेख के गुण होते हैं।

उपयोगिता: शोध लेख आमतौर पर संशोधित रूप में प्रस्तुत होते हैं, जबकि शोध पत्र नई जानकारी के साथ एक नए विषय को विस्तृत रूप से अध्ययन करते हुए लिखे जाते हैं।


संदर्भ उपयोग: शोध लेख आमतौर पर संदर्भ पत्रों, शोध पत्रों, पुस्तकों और अन्य स्रोतों से लिखे जाते हैं, जबकि शोध पत्र आमतौर पर नई जानकारी के साथ एक विशिष्ट विषय पर अधिक विस्तृत रूप से लिखा जाता है।


यहाँ एक उदाहरण शोध पत्र का दिया गया है:


शोध पत्र: "ऑनलाइन शिक्षा के लाभ और हानियां: एक वैज्ञानिक अध्ययन"


यह शोध पत्र विभिन्न विषयों पर ऑनलाइन शिक्षा के लाभों और हानियों पर अधिक विस्तृत रूप से अध्ययन करता है।

शोध लेख और शोध पत्र दोनों में शोध का एक महत्वपूर्ण भूमिका होती है, हालांकि इन दोनों में कुछ महत्वपूर्ण अंतर होते हैं। निम्नलिखित हैं शोध लेख और शोध पत्र के बीच कुछ मुख्य अंतर:


विस्तार: शोध लेख एक छोटा अध्ययन होता है जो एक विशिष्ट विषय पर लिखा जाता है, जबकि शोध पत्र एक बड़ा अध्ययन होता है जो एक नए विषय पर नए अध्ययनों के साथ अधिक विस्तार से लिखा जाता है।


प्राथमिकता: शोध लेख आमतौर पर शैक्षणिक और वैज्ञानिक लेखों के रूप में लिखा जाता है जो अकादमिक समुदाय के लिए महत्वपूर्ण होते हैं, जबकि शोध पत्र अधिक व्यापक विषयों पर लिखा जाता है जो सामान्य जनता के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।


प्रस्तुतिकरण: शोध लेख एक संक्षिप्त रूप में लिखा जाता है जो आमतौर पर एक पत्रिका या कॉन्फ्रेंस में प्रस्तुत किया जाता है, जबकि शोध पत्र एक विस्तृत रूप में लिखा जाता है जो एक स्वतंत्र लेख के





Keshav Prasad Awasthi

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उपयोगिता: शोध लेख आमतौर पर संशोधित रूप में प्रस्तुत होते हैं, जबकि शोध पत्र नई जानकारी के साथ एक नए विषय को विस्तृत रूप से अध्ययन करते हुए लिखे जाते हैं।


संदर्भ उपयोग: शोध लेख आमतौर पर संदर्भ पत्रों, शोध पत्रों, पुस्तकों और अन्य स्रोतों से लिखे जाते हैं, जबकि शोध पत्र आमतौर पर नई जानकारी के साथ एक विशिष्ट विषय पर अधिक विस्तृत रूप से लिखा जाता है।


यहाँ एक उदाहरण शोध पत्र का दिया गया है:


शोध पत्र: "ऑनलाइन शिक्षा के लाभ और हानियां: एक वैज्ञानिक अध्ययन"


यह शोध पत्र विभिन्न विषयों पर ऑनलाइन शिक्षा के लाभों और हानियों पर अधिक विस्तृत रूप से अध्ययन करता है। यह अध्ययन अनुशंसित पढ़ाई की अवधि, सीमाएं, विशेषताएं, लाभ और हानियों के बारे में जानकारी प्रदान करता है। इसमें विभिन्न विषयों पर विशिष्ट संदर्भ उपयोग किए गए हैं और अधिक विस्तृत अध्ययन से यह नए प







प्रस्तुति शैली: शोध लेख आमतौर पर आकृति, फ़ॉर्मेट और शैली में तकनीकी होते हैं जबकि शोध पत्र उच्च स्तर की तकनीकी लेखन और तैयारी को शामिल करते हुए लिखे जाते हैं। शोध पत्र आमतौर पर विस्तृत शोध और नए अनुसंधान के आधार पर लिखा जाता है।


लक्ष्य: शोध लेख आमतौर पर संशोधन करने या उन्हें परिष्कृत करने के लिए लिखे जाते हैं। शोध पत्र आमतौर पर नई जानकारी के साथ एक नए विषय को विस्तृत रूप से अध्ययन करते हुए लिखे जाते हैं।


लंबाई: शोध लेख आमतौर पर कुछ पेजों की होते हैं, जबकि शोध पत्र अन्य कागजात से अधिक लंबा हो सकता है। शोध पत्र आमतौर पर 10,000 शब्दों से अधिक के होते हैं ।

 





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