इस पोस्ट में भारतीय रेलवे से संबंधित कई सारे प्रश्न दिए गए हैं यह प्रश्न आपको किसी भी प्रकार की परीक्षा में अच्छेअंक दिला सकते हैं। भारतीय रेलवे से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य भारतीय रेलवे देश का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उपक्रम है । विश्व रेलवे में इसका दूसरा और एशिया में पहला स्थान है । मार्च 2009 के आंकड़ों के अनुसार कुल भारतीय रेलवे लाइन 04.015 किमी. लम्बी है । भारत में सर्वप्रथम रेलगाड़ी 16 अप्रैल 1853 को बम्बई थाना के मध्य चली । वह दूरी 34 किमी. थी । स्वतंत्रता मिलने के बाद देश में रेलवे इंजन बनाने का पहला कारखाना चितरंजन में खोला गया । डीजल इंजन वाराणसी में बनते है । पैराम्बूर व कपूरथला में सवारी गाड़ी के डिब्बे बनाये जाते हैं भारतीय रेलवे के विभिन्न गेज इस प्रकार है : ब्रॉड गेज बड़ी लाइन (1.647 मीटर), मीटर गेज (1 मीटर), नैरो गेज-छोटी लाइन (0.762 मीटर)। भारतीय रेलवे से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तरी भारत का पहला निजी रेलवे स्टेशन कौन सा है? उत्तर हबीगंज (भोपाल) भारत का पहला रेलवे स्टेशन कौन सा है...
प्रत्यास्थता हुक का नियम प्रत्याशी के नियम को समझने में मदद करता है । हमारे आसपास कई सारी ऐसी वस्तुएं उपलब्ध हैं। जो बल लगाने पर विकसित होती हैं और पुनः बाल हटाने पर अपनी पूर्व अवस्था में आ जाती हैं इन्हें प्रत्यास्थता कहते हैं। हुक का नियम हुक नियमानुसार जब किसी प्रत्यास्थ वस्तु पर बल लगाया जाता है, तो उसमे विकृति उत्पन्न होती है , विकृति बल के समानुपाती होती है, अर्थात बल जितना अधिक होगा विकृति उतनी अधिक होगी। परिभाषा किसी प्रत्यास्थवस्तु की लंबाई में परिवर्तन उसे पर आरोपित बल के समानुपातीहोत है। हक का नियम प्रत्यास्थता गुणांक को प्रदर्शित करता है। F =Kx यह हुक के नियम का सूत्र है। यह नियम अंग्रेजी वैज्ञानिक रॉबर्ट हुक ने सन 1679 में बताया था यह नियम भौतिकी में आधारभूत सिद्धांत हैं जो प्रत्यास्था वस्तुओं को समझने में भूमिका निभाता है। गणितीय रूप = F =Kx जहां पर F =वस्तु पर लगाया गया बल (न्यूटन में) K= वस्तु पर प्रत्यास्था गुणांक (न्यूटन/मीटर) x=वस्तु में विकृति (मीटर में) हुक के नियम के अनुप्रयोग स्प्रिंग स्प्रिंग में उत्पन्न विकृत उसे पर लगाए गए बाल के...
अगर आप भी क्रीड़ा भारती एगम रजिस्ट्रेशन नहीं कर पा रहे हैं। तो इस पोस्ट को पूरा पढ़िए। परीक्षा की तारीख 11 सितंबर 2022 है और समय सुबह 10:00 बजे है। क्रीड़ा ज्ञान परीक्षा मोबाइल, कंप्यूटर व टैबलेट पर ऑनलाइन माध्यम से दी जाएगी। 12 साल से अधिक उम्र का कोई भी व्यक्ति परीक्षा में भाग ले सकता है परंतु पुरस्कार केवल 12 से 25 वर्ष की आयु वाले छात्रों को दिया जाएगा। क्रीडा ज्ञान परीक्षा के पाठ्यक्रम में खेल एवं खिलाड़ीयों से संबंधित प्रश्न आएंगे। पाठ्यक्रम में स्वदेशी खेलों पर विशेष ध्यान केंद्रित किया जाएगा। क्रीड़ा ज्ञान परीक्षा शुल्क – मात्र 20 रुपये( क्रीड़ा ज्ञान परीक्षा खेलों की जानकारी बढ़ाने के लिए ऑनलाइन परीक्षा है ) शुल्क देने का माध्यम अगर उम्मीदवार किसी कारण ऑनलाइन माध्यम से हमसे नहीं जुड़ पाता है तो क्रीड़ा भारती के द्वारा अधिकृत कार्यकर्ता को परीक्षा शुल्क राशि देकर अपना पंजीकरण करवा सकते हैं। परीक्षा के विषय में अहम जानकारी – परीक्षा शुल्क जमा करने और पंजीकरण कराने के बाद परीक्षा तिथि के दिन उम्मीदवारों को एक लिंक दिया जाएगा, जिसके खुलने पर 60 प्रश्नों का जवाब उन्हें...
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