बल

 न्यूटन के नियम को समझने से पहले हमें एक बल को समझ लेना चाहिए

बल 

बल धकेल अथवा खिंचाव उसे भीम का नाम है जो या तो किसी वस्तु पर विराम अथवा गति की अवस्था में परिवर्तन कर देता है अर्थात परिवर्तन करने का प्रयत्न करता है।

हम इस तरीके से भी बल्कि परिभाषा दे सकते हैं

'बल उसे भीम का नाम है जो किसी विराम वस्तु को गति की अवस्था में परिवर्तित कर देता है।'

अगर हम किसी वस्तु पर बाल लगते हैं तो उसके निम्न प्रभाव हो सकते हैं

  1. बल लगाने पर गतिशील वस्तु की चाल बदल सकती है बल द्वारा वस्तु को विराम अवस्था से गति की अवस्था में अथवा गति अवस्था से विराम अवस्था में लाया जा सकता है।
  2. बाल वस्तु की गति की दिशा बदल सकता है।
  3. बल द्वारा वस्तु का आकार भी बदला जा सकता है।
ल एक सदिश राशि है।

बल का मात्रक

बल को दो मात्रकों में मापा जाता है

.बल का निरपेक्ष मात्रक

.बल का गुरुत्वीय मात्रक

निरपेक्ष मात्रक 

यह बाल का वह मात्रक है जो किसी एकांत द्रव्यमान की वस्तु में लगकर उसमें एकांक त्वरण उत्पन्न कर दे जैसे कि CGS प्रणाली में बाल का निरपेक्ष मात्रक एक डाइन हैं।
1डाइन = 1किलोग्राम×मीटर/सेकण्ड²
एक डाइन वह बोल है जो 1 ग्राम द्रव्यमान की वस्तु पर लगकर उसमें 1 सेंटीमीटर/सेकंड²  का त्वरण उत्पन्न कर सकते में समर्थ हो इसी प्रकार एस आई पद्धति में बल का निरपेक्ष मात्रक न्यूटन है अर्थात एक न्यूटन वह बल है जो किसी एक किलोग्राम द्रव्यमान की वस्तु पर लगकर उसमें 1 m/s²  का त्वरण उत्पन्न करने में समर्थ हो अत:

1डाइन = 1किलोग्राम×मीटर/सेकण्ड²= 1  किग्रा मीटर सेकंड^-2

डाइन तथा न्यूटन के बीच में संबंध

1 न्यूटन = 1 किग्रा x 1 मीटर-सेकण्ड^- ²

 = 1000 ग्राम × 100 सेमी-सेकण्ड^- ² = 105 ग्राम-सेमी-सेकण्ड ^-² = 105 डाइन

बाल का गुरुत्वीय मात्रक

बल का गुरुत्वीय मात्रक उसे बल के समान होता है जो किसी एकांक द्रव्यमान की वस्तु पर लगकर उसमें गुरूत्वीय त्वरण g के बराबर त्वरण उत्पन्न कर दे मात्रकों की CGS पद्धति में बल का गुरुत्वीय मात्रक एक ग्राम भार तथा SI पद्धति में यही एक किलोग्राम भार होता है।
1 ग्राम-भार = 980 डाइन  तथा  1 किग्रा भार = 9.8 न्यूटन

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